ब्राह्मंड-एक अटल सत्य
ब्राह्मंड-एक अटल सत्य
चांद,सितारे,ग्रह,नक्षत्र -
यह जिन का अंश है।
उस ब्रह्मांड की यह गाथा
न जाने कितनी प्रचंड है।
आकाशगंगाओं को स्वयं में समेटे
है सबको सँवारता।
गोद में लिए अनेकों को धारण कर
यह ब्रह्मांड हमें भी धरता।
पंचतत्व का साथी बन
यह मानवता का साक्षी है।
ममता-निर्ममता के चरम में
प्रत्यक्ष यही ब्रह्मांड साक्षी है।
त्रिदेव के संरक्षण में,
महापद्म वर्षों से की हम सबकी रक्षा,
ब्रह्मांड के अंदर पृथ्वी।
पृथ्वी के हम सब वासी।
पृथ्वी मां को धरता ब्राह्मंड,
हम ब्राह्मंड के वंशज सामान।
ब्रह्मांड की महानता को हम सभी
स्वीकार व नमन करते हैं।
हम सब जिसका अंश है
उस ब्राह्मंड कि वह गाथा
न जाने कितनी प्रचंड है।।