Sunriti Verma
Inspirational
प्रभु को है यह चढ़ते
हैं ये जहाँ-जहाँ
सुगंध विस्तरित करते वहाँ-वहाँ
है यही तो सुन्दर- अति सुंदर! पुष्प।
प्रकृति बाध्य...
गीत
मेघ
क्रम
व्यंजन की यह ...
कला
कविता है क्या...
विष
क्या है यह?
पुष्प
सुबह शाम का जुगाड़ नहीं, रहता फिर भी मस्त थोड़े से पैसों के लिए काम कर, हो जाता पस्त। सुबह शाम का जुगाड़ नहीं, रहता फिर भी मस्त थोड़े से पैसों के लिए काम कर, हो जा...
खुद पे यकीन और कुछ पाने की जिद्द, आगे बढ़ने का वो जज्बा। खुद पे यकीन और कुछ पाने की जिद्द, आगे बढ़ने का वो जज्बा।
रुको मत, अपने सपने करो पूरे, अपने सपने करो पूरे ! रुको मत, अपने सपने करो पूरे, अपने सपने करो पूरे !
प्रकाश मिला जैसे चांदनी छा गया देखो ! देखों ! ऋतुराज बसंत आ गया। प्रकाश मिला जैसे चांदनी छा गया देखो ! देखों ! ऋतुराज बसंत आ गया।
हर नौजवान के सीने में एक जवान के लिए प्यार बसा है वही सबके वेलेंटाइन सार्थक हर नौजवान के सीने में एक जवान के लिए प्यार बसा है वही सबके वेलेंटाइन सार्थ...
हालातों से हार मान यदि थक जाओगे याद रखना हार मान तुम मंज़िल नहीं पाओगे हालातों से हार मान यदि थक जाओगे याद रखना हार मान तुम मंज़िल नहीं पाओगे
जो हमारे पेट का सोचते हैं खुद के घर से पहले। जो हमारे पेट का सोचते हैं खुद के घर से पहले।
आरंभ हैं तो क्या हुआ हौसला प्रचंड हैं, प्रचंड हैं हौसला तो वो घमंड हैं क्या। आरंभ हैं तो क्या हुआ हौसला प्रचंड हैं, प्रचंड हैं हौसला तो वो घमंड हैं क्या।
"वादा है तुमसे यह वादा"..यही कह मधुराज हुए श्री,भूषण,विभूषण से विभूषित हो रसराज हुए, "वादा है तुमसे यह वादा"..यही कह मधुराज हुए श्री,भूषण,विभूषण से विभूषित हो रसराज...
जिसने अपना दिल हथेली पर रखा हो उसी के दिल को यूँ तोड़ना, सही नहीं है जिसने अपना दिल हथेली पर रखा हो उसी के दिल को यूँ तोड़ना, सही नहीं है
तभी तुम भी शांत हो गयी और पड़ गयी हो सोच में। तभी तुम भी शांत हो गयी और पड़ गयी हो सोच में।
अवांछनीय पदार्थों को नहीं तुझ में मिलने दूंगा हाँ माँ सदा तेरी रक्षा करूँगा। अवांछनीय पदार्थों को नहीं तुझ में मिलने दूंगा हाँ माँ सदा तेरी रक्षा करूँगा।
अपने पथ पर अडिग तुम रहना भी सीख लेना अपने पथ पर अडिग तुम रहना भी सीख लेना
कुछ तो अपने हिस्से का ऋण अब चुकाएँ। कुछ तो अपने हिस्से का ऋण अब चुकाएँ।
अपने वतन की आन - बान पर देखो वो सैनिक हँसते-हँसते जान लुटा जाते हैं। अपने वतन की आन - बान पर देखो वो सैनिक हँसते-हँसते जान लुटा जाते हैं।
मेरी मंज़िल मुझे बताने का शुक्रिया तुम्हारा ए खुदा। मेरी मंज़िल मुझे बताने का शुक्रिया तुम्हारा ए खुदा।
मेरे मुल्क में बस चैन ओ अमन चाहिए। मेरे मुल्क में बस चैन ओ अमन चाहिए।
आगे - आगे बढ़ते जाए पथ रौशन हम करते जाए। आगे - आगे बढ़ते जाए पथ रौशन हम करते जाए।
पार तो फिर भी करना होगा पार तो फिर भी करना होगा। पार तो फिर भी करना होगा पार तो फिर भी करना होगा।
पहुँचूंगी मंजिल तक यह मेरा सपना है पहुँचूंगी मंजिल तक यह मेरा सपना है