पीड़ा थी प्रचंड लेकिन फिर भी वो रोई नही क्योंकि वो एक माँ है। पीड़ा थी प्रचंड लेकिन फिर भी वो रोई नही क्योंकि वो एक माँ है।
घमंड कितना भी, प्रचंड हो। हर जिंदगी में, चढ़ते ही, उतर जाता है। घमंड कितना भी, प्रचंड हो। हर जिंदगी में, चढ़ते ही, उतर जाता है।
तो क्या हुआ जो हारे हैं हम यह युद्ध था पर डिगे नहीं। तो क्या हुआ जो हारे हैं हम यह युद्ध था पर डिगे नहीं।
बनो प्रचंड जीवन में, लो हर चुनौतियों से लोहा, सफलताएं चूमेंगी कदम अनेक। बनो प्रचंड जीवन में, लो हर चुनौतियों से लोहा, सफलताएं ...
घूंघट पर्दा और मर्यादा की सीमा में किया था अनुबंधित। घूंघट पर्दा और मर्यादा की सीमा में किया था अनुबंधित।
सत्य, सत्य, सत्य, व्रज का आघात हूं। सत्य, सत्य, सत्य, व्रज का आघात हूं।