बिसात
बिसात
उनके मिजाज़ से है अपना मिजाज़ हट कर
आखिर को रह गए हम एक दूसरे से कट कर
खूने जिगर लगाकर जीती थी दिल की बाज़ी
उल्फत के दुश्मनों ने रखदी बिसात उलटकर!
उनके मिजाज़ से है अपना मिजाज़ हट कर
आखिर को रह गए हम एक दूसरे से कट कर
खूने जिगर लगाकर जीती थी दिल की बाज़ी
उल्फत के दुश्मनों ने रखदी बिसात उलटकर!