शागिर्द तो नही है पर कोशिश तो है अर्जुन तो नही है पर एकलव्य सा है। शागिर्द तो नही है पर कोशिश तो है अर्जुन तो नही है पर एकलव्य सा है।
सरकती हुई धूप वक्त का मिज़ाज बता देती है सरकती हुई धूप वक्त का मिज़ाज बता देती है
खूने जिगर लगाकर जीती थी दिल की बाज़ी उल्फत के दुश्मनों ने रखदी बिसात उलटकर!! खूने जिगर लगाकर जीती थी दिल की बाज़ी उल्फत के दुश्मनों ने रखदी बिसात उलटकर!!
बड़े बदले हुए से हैं मिज़ाज़ , घर से होकर आए हैं क्या ? बड़े बदले हुए से हैं मिज़ाज़ , घर से होकर आए हैं क्या ?
मुझे प्यार पाने का शौक है तो तुम प्यार करने का शौक रखना! मुझे प्यार पाने का शौक है तो तुम प्यार करने का शौक रखना!
अब तो प्रभु से लगी है आस अब तो प्रभु से लगी है आस