बीते पल
बीते पल
बीते पलों को याद करना
होता है बड़ा दुखदाई
खुशी तो मिलती नहीं
गम और बढ़ जाता भाई।
बीती खुशियों को करूँ याद
तो आज से तुलना हो जाती
फिर कुछ दुखती रग छिड़ जाती
नींद आँखों से फिर उड़ जाती ।
सच ही कहा है किसी ने
छाया मत छूना ,दुख होगा दूना
जो बीत गया उसे भूल जा
यथार्थ का करो पूजन ।
