उफ़ .... ये सर्दी में बेचैनी ,
उसका ख्याल मेरे लिये ,
क्या मैं बहक रही हूँ आज ?
बिन पिये .... बिन पिये |
वो कर दे सिर्फ कुछ शब्द ,
प्यारे से मेरे नाम ,
मैं जी जाऊँगी फिर से ,
सुबह शाम ..... सुबह शाम |
मन नहीं लगता मेरा अब ,
उसके बगैर कहीं और ,
क्या सच में वह बन गया मेरा ?
चित चोर .... चित चोर |
कैसे कहूँ उसको भला ?
कि ना जाया करो ऐसे कहीं ,
तुम्हारे ख्याल करते मुझे ,
कितने विभोर ..... कितने विभोर |
आज किसी बहाने से ,
किया एक संदेश उसके नाम ,
खिल जाऊँगी जब वो भेजेगा संदेश,
मेरे नाम ..... मेरे नाम |
ये अजब सी मोहब्बत ,
बड़ा सुकून देती है दिलबर ,
खामोश जुबां अक्सर तेरा नाम लेती हैं ,
खिल कर .... खिल कर |
बस ऐसे ही चलने देना ,
अपनी इस उम्र की यारी को ,
मत कहना मुझसे कि चढ़ा लो फिर ,
नशे की खुमारी ..... नशे की खुमारी |
आ जाना मुझसे मिलने ,
जब भी जी चाहे ये तुम्हारा ,
मैं अपना सर्वस्व उढ़ेल दूँगी ,
बहुत प्यारा ..... बहुत प्यारा ||