भोले का भोला
भोले का भोला
विनायक, कार्तिकेयन सुत है,
पार्वती माता के वे नरेश है|
शक्ति के प्रतीक नंदी सवारी है,
पुत्र एकदंत लंबोदर गणेश है।
नीलकण्ठ के कंठ में नाग बंधे है।
मुक्ति दे बंधन से महादेव महेश है।
आस्तिकता मोक्ष नहीं है केवल
नास्तिकता को नमन विशेष है।
मानुष,देव ,ऋषि, साधु,गंधर्व
भूत-प्रेत,किन्नर भी जिनके देश है।
चतुर-सियाने बुद्धि के लक्षण
भोले-दरबार में भोला ही शेष है।
तांडव-रौद्र ,शील-शक्ति क्षमा धारें
अघोर वैराग,आदर्श-पति प्रेमी सुदेश है।
भोले के दरबार में भोला ही केवल शेष है।
भोले के दरबार में भोला ही केवल शेष है।
