भोजपुरी पूर्वी लोक गीत- कररवा
भोजपुरी पूर्वी लोक गीत- कररवा


कई के कररवा ये रजऊ
करेजा काहे काढ़ी हो गईला
पलटी के ना देखला ये करेजउ
धोखा मे हमके डाली हो गईला
बोला बोला ये बेईमनवा
कईला काहे करेजवा कठोर
देखाई के हमके सपनवा
बीच भवरा छोड़ी हो गईला
कई के कररवा ये रजऊ
सुना सुना ये घट
िहउ
छतिया फाटेला हमार
पकड़ी के हमरो कलईया
छोड़ी हमरा तू छलिया हो भईला
कई के कररवा ये रजऊ
आवा आवा हमरे लगवा आवा
माना ना बतिया हमार
भरी अंकवारिया हो हमके
प्यार हमके खाली हो कईला
कई के कररवा ये रजऊ
करेजा काहे काढ़ी हो गईला