भोजपुरी छठ गीत- देशवा बढ़े तिजो
भोजपुरी छठ गीत- देशवा बढ़े तिजो
सुनीला सुरुजदेव विनीतिया कहिला हाथ जोरी के
हरी भरी धरती भरल पुरल देशवा बढ़े तिजोरी के
जीवन मरण होला तोहसे नाथ माना मोर बचनिया
मारे नाही केहु भुखल पियासल सुखी रहे दुनिया
बगिया बहार भवरा गुंजार गाये चिरई खूब भोरी के।
छप्पन इंची छाती बढ़त रहे छती दुशमन फटत रहे
सिमवा जवान डरावे दुश्मन सिंह गरजन करत रहे
खोजी आतंकिया नरक भेजे मारे सबके खदेरी के।
खेत खरीहनवा लह लह लहराये हरसाये किसनवा
गंगा यमुनवा बह बलखाए बरसे पनिया सवनवा
गेंहू धनवा सोना चटके भरे घरवा अनवा तोरी के।
चमकेला चम चम जईसे आदित आसमनवा मे
चमकईहा नाम भारत देशवा सगरो जमनवा मे
लहरे तिरंगा शानवा गगनवा जमीनवा उड़ि के
उगा हो आदितमल तोहे अरघवा हम चढ़ाइब
गाई गाई गीतिया आज छठी माई हम मनाइब
सफल बरतिया कहे खाड़ भारती कर जोरी के।
