भेद
भेद
भगवान मैंने तुझे भी भेद करते देखा हैं,
जो शायद मानता भी नहीं तुझे,
उसको महलों में सोते देखा है।
और जो मूर्ति बनाकर पूजता है तेरी,
उसे सड़को पर रहते देखा हैं।।
भगवान मैंने तुझे भी भेद करते देखा हैं,
जो शायद मानता भी नहीं तुझे,
उसको महलों में सोते देखा है।
और जो मूर्ति बनाकर पूजता है तेरी,
उसे सड़को पर रहते देखा हैं।।