भारत माँ की पुकार
भारत माँ की पुकार
जय बोलो भारत माता की ,सुन लो माँ पुकार रही ...
रगों में जोश राणा जी का भर लो
साहस रानी झाँसी मर्दानी का ले लो
मत लड़ो आपस में वतन वालों
धमनियों को राष्ट्र भक्ति से भर लो।
जय बोलो भारत माता की ,सुन लो माँ पुकार रही...
सीमा पर प्रहरी जाग रहे
सीने पर गोली खा रहे
दुश्मनों को ललकार रहे
तभी तो हम चैन से सो रहे।
जय बोलो भारत माता की ,सुन लो माँ पुकार रही ...
मशाल नहीं तिरंगा फहराओ
नाम और सम्मान दिलाओ
धरती माँ का तिलक लगाओ
भारत माँ पर मर मिट जाओ।
जय बोलो भारत माता की ,सुन लो माँ पुकार रही
विश्व के
नक़्शे पर देश चमके
हिन्दुस्तान हमारा तारा सा दमके
प्रेम सद्भाव का हर दिल में बरसे
जय बोलो मिल भारत माँ के।
जय बोलो भारत माता की ,सुन लो माँ पुकार रही ...
चलो लगाएँ अमन का पौधा मिलकर
भाईचारे का उपवन सजाकर
नफ़रत का बीज दिलों से हटाकर
अब न हो कोई जंग सीमा पर।
जय बोलो भारत माता की ,सुन लो माँ पुकार रही ...
वाणी में तहज़ीब लखनवी हो
मिठास स्नेह की बंगाली हो
फ़ौलादी जिगर का पंजाबी हो
हर दिल में बहता लहू हिन्दुस्तानी हो।
जय बोलो भारत माता की ,सुन लो माँ पुकार रही...