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कदमों के निशान

कदमों के निशान

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किसी ने हाथ बढ़ाया

दोस्ती के लिए

हमने ठान लिया

कि उसे जान देंगे,

वो मुट्ठी भर प्यार देगा

हम पूरा आसमान देगें,

आखिरी सांस तक

उसकी चाहतों पर

जान कुर्बान करेंगें|

वो हटेगा एक कदम पीछे

हम सौ कदम पीछे होंगे,

किसी के प्यार का एहसान नहीं लेगे|

प्यार हो या नफरत

हर जगह बढ़ चढ़ कर

मेरे कदमों के निशान होगे|


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