भारत देश हमारा प्यारा
भारत देश हमारा प्यारा
भारत देश हमारा प्यारा
यहीं से बहती ज्ञान की धारा।
शीश मुकुट हिमालय सोहे
इसके चरण समन्दर धोये ।
राम कृष्ण की यह पावन धरती
यहाँ सभ्यता संस्कृति पनपती ।
गंगा यमुना की पावन जल-धारा
होता पवित्र जगत ये सारा ।
गांधी बुद्ध ने यहां जनम लिया
सत्य अहिंसा का ज्ञान दिया ।
जहाँ अमृतवाणी है गीता ज्ञान की
रामायण पुरूषोत्तम श्रीराम की ।
विश्वशांति का यह पाठ पढ़ाये
प्रेम बन्धुत्व जग में फैलाये ।
नमन करूं और करूं वन्दना
निशदिन बढ़े यह देश अपना।।
