भाई
भाई
लबों पे मुस्कान लिए जिसने
कंधों पे जिम्मेदारी उठाई है
भाई बहन के संग
खड़ा उनका बड़ा भाई है
घर का चिराग है सबसे बड़ा बेटा
सीने में जिसने हर दुख समेटा
घर की खुशियाँ जिसमें समायी है
भाई बहन के संग खड़ा उनका बड़ा भाई है
बड़ा भाई है पिता का रूप
झेले जिसने सब छाया और धूप
छोटों के लिए जिसने खुद डांट खाई है
भाई बहन के संग खड़ा उनका बड़ा भाई है
भाई का प्यार समुंदर से गहरा
घर का रक्षक देता है पहरा
होने से उसके कभी ना मुसिबत आई है..
भाई बहन के संग खड़ा उनका बड़ा भाई है
बड़ा भाई है घर की शान
मां का दुलारा बाप का मान
बस्ती जिसमे खुदा की खुदाई है
भाई बहन के संग खड़ा उनका बड़ा भाई है।