भाई के लिए प्यार है राखी
भाई के लिए प्यार है राखी
बहन का भाई के लिए प्यार है राखी
भाई की कलाई की श्रृंगार है राखी।
श्रावण पूर्णिमा में रक्षा पर्व ये होती
भाई जो ना आये बहना पल-पल रोती
भाई जब आये तो, बहार है राखी
बहन-------------श्रृंगार है राखी।
बाध सूत्र निज रक्षा का, लेती बहन वचन
रेशम की डोर नहीं, है यह अनमोल रतन
भाई बहन के प्रेमनाव की पतवार है राखी
बहन---------------- श्रृंगार है राखी।
भाई के लिए रक्षा सूत्र ये कहलाती
ताकत से उसके हर संग जीती जाती
जंग में गये तो भाई की ढाल है राखी
बहन ------------------श्रृंगार है राखी।
प्यार की खुशबु बसी उसकी डोर मे
विश्वास की महक आती दोनो छोर मे
अमोल रिश्ते की नव पहचान है राखी
बहन -------------------श्रृंगार है राखी।
