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Dinesh Sen

Drama

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Dinesh Sen

Drama

बेटी

बेटी

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कहो न सुनो न बोलो न जमाने को,

इक आवाज उठाओ न सब को सुनाने को।

मैं प्रक्रति का रूप मैं ही विश्व सुंदरी हूं,

आने दो न पापा मैं तो आपकी परी हूं।


पढूंगी लिखूंगी उडूंगी मैं नभ में

न पीछे रहूंगी करूंगी ये सब मैं।

भाव मन में भरे मैं उन सब में खरी हूं,

आने दो न पापा मैं तो आपकी परी हूं।


न मारो मुझे न हटाओ मां के पास से

साबुन सी फिसल जाऊंगी मैं आपके हाथ से

कैसे भूलोगे मैं आपके हाथों मरी हूं

आने दो न पापा मैं तो आपकी परी हूं।


खिलेगा घर आंगन मेरा मां के साथ से,

न दिल दुखेगा आपका मेरी किसी बात से।

करूंगी उजाला जैसे फुलझड़ी हूं,

आने दो न पापा मैं तो आपकी परी हूं।


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