करूंगी उजाला जैसे फुलझड़ी हूं, आने दो न पापा मैं तो आपकी परी हूं। करूंगी उजाला जैसे फुलझड़ी हूं, आने दो न पापा मैं तो आपकी परी हूं।
कलंकित होकर के, इस दुनिया में न रह पाऊँ ! कलंकित होकर के, इस दुनिया में न रह पाऊँ !
उसे काली, साँवली होने की किरकिरी होने लगी। उसे काली, साँवली होने की किरकिरी होने लगी।
हर एक चुनौतियों में वो खरी चाहिए, मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए हर एक चुनौतियों में वो खरी चाहिए, मिट्टी के शहज़ादों को लौह परी चाहिए
मौका दो मां बाप, मुझ को एक बार चुनो। मौका दो मां बाप, मुझ को एक बार चुनो।