मौका दो मां बाप, मुझ को एक बार चुनो। मौका दो मां बाप, मुझ को एक बार चुनो।
हर काम में प्रकट हो अपना रूप दिखा जाती है। हर काम में प्रकट हो अपना रूप दिखा जाती है।
तू इतना निर्दयी क्यों है बना, सर से पांव तक स्वार्थ से सना, तू इतना निर्दयी क्यों है बना, सर से पांव तक स्वार्थ से सना,