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Lata Singhai

Abstract

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Lata Singhai

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बेरोजगारी

बेरोजगारी

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बेरोजगारी कभी मिट नही सकती किसी देश की ,

सरकारी नौकरी हो नही सकती हर किसी की ।


आबादी बढ़ती रही हर पल दिन रात ,

गरीबी मिटाओ का नारा लगाते रहे हम बारम्बार ।


ना किया नियंत्रण तो रहेंगे लाचार ,

चलो नयी पहल करते हम इस बार ।


आत्मनिर्भर भारत का सपना करे साकार ,

आपदा को अवसर में बदलने का मौका न आये बारम्बार


कोई काम नही होता छोटा बडा ,

देखो अवसर हाथ फैलाये सामने खड़ा ।


स्वयं रोजगार की खोल द्वार, मैं हिम्मत ना हारी

आत्मनिर्भरता से तुम भी मिटा पाओंगे बेरोजगारी ।



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