बेरोज़गारी की समस्या
बेरोज़गारी की समस्या
बेरोज़गारी की समस्या है हर देश में आम
क्या करें मनुष्य इन दिनों बिना कुछ काम
काम ढूंढते ढूंढते हो जाती है शाम
फिर वापस आ जाता है वो अपने धाम ।
रोज़ घर में मां बाप का चिल्लाना
रोज़ नौकरी की तलाश के लिए निकलना
कर देता है
मनुष्य को बेहाल
गुज़र जाता है ऐसे ही
दिन, महीने और साल ।
नौकरी के लिए नए नए परिक्षाएं लिखना
नई नई चीजें सीखना
तजुर्बा ना होना
यही है नौजवानों का हाल ।
नौकरी की खोज से थक जाता है मनुष्य
हो जाता है लाचार
नहीं रहता है वो खुश
बस हमेशा करना पड़ता है
हर जगह अपना प्रचार।