बेमिसाल
बेमिसाल
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ख्वाब जो पाले हैं।
सुकून शांति वाले हैं।
हो जिंदगी में सादगी।
पग-पग पर खुद को संभाले हैं।
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शाम का अस्तित्व नहीं।
सूरज कभी ढला नहीं।
रास्ते अनजान मगर।
ख्वाबों का सर झुका नहीं।
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कलम की धार पर।
उतर रहा जीवन का सार है।
पन्नों पर उकेरा हर वो राज है।
जिसका शब्द-शब्द बेमिसाल है।