DR. RICHA SHARMA

Inspirational

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DR. RICHA SHARMA

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बेदर्दी सर्दी

बेदर्दी सर्दी

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बेदर्दी सर्दी ने सभी पर बहुत कहर ढाया।

ठंडे मौसम ने हमें रजाई में ही सुलाया।। 

गरमागरम पकवान भी है खूब खिलाया। 

कड़कड़ाती ठंड में हमें खूब आनंद आया।। 


बेदर्दी सर्दी का लुत्फ़ उठाइए। 

बेवज़ह ठंड को दोष न दीजिए।। 

चाय संग पकौड़ों का मज़ा लीजिए। 

आग जलाकर हाथ सेका कीजिए।। 


बेदर्दी सर्दी मैंने बचपन से ही ऐसी देखी है। 

कड़कड़ाती ठंड बचपन से ही ऐसी देखी है।। 

खूब गरम कपड़े पहनने की रीत ऐसी देखी है। 

रजाई से नहीं निकल पाने की रीत ऐसी देखी है।। 


बेदर्दी सर्दी किसी को सताती तो किसी को भाती है। 

दिसंबर-जनवरी की शीत सच में हमें बहुत लुभाती है।। 

कपड़ों की भरमार आखिर हर घर में देखी जाती है। 

कभी धूप में तो कभी हीटर में बेदर्दी सर्दी दूर की जाती है।। 


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