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Nalanda Wankhede

Drama

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Nalanda Wankhede

Drama

बेचारा दिल

बेचारा दिल

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धड़कता है रात-दिन

साँसें चलाने के लिये

पर रहम न कोई करता

अविरल चलने के लिये।


सुकून से सोते हो तुम

पर वह कभी न सोता

इंजन हैं शरीर रूपी रेल का

मृत्यु पर ही रुकता।


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