बदलना आ गया
बदलना आ गया
लोगों को यूँ रंग बदलना आ गया
उम्र के उस पड़ाव पर जब तजुर्बा हुआ
हमको भी जिंदगी के वास्ते फिर संभालना आ गया
ठोकर खा खाकर
यहां रोती हुई जिंदगियों को भी संभलना आ गया
हंसते हुए चेहरे की उदासी
हम तुम्हें क्या बताएं
हमें अब तन्हाइयों से मिलना आ गया।