बचपन की वो कहानियां
बचपन की वो कहानियां
बचपन की वो कहानियां
उन्हें जीने में था मजा बड़ा,
तब ही से हुई थी दिल में हरकत
जाने कब में हो जाऊँ बड़ा
अब इस मोड़ पर आ खड़ा
क्या जिद थी, क्यूं था मैं अड़ा
ए खुदा, तूने सुन ली थी ना मेरी दुआ
अब एक बार और तू मान जरा
ले ले सारी शानो शौकत
और मुझे मेरा बचपन ले आ..
बस पल भर के लिए बचपन ले आ।
