बचपन की मुस्कुराहट
बचपन की मुस्कुराहट
बचपन में एक टॉफी पा कर
मन झूम उठता था
बचपन में एक टोफी पा कर मन
झूम उठता था आज कितने ही टोफी
पास क्यों न हो चहरे पर वो
मुस्कुराहट नहीं होती
बचपन की मुस्कुराहट कुछ ऐसी ही होती है
बचपन में नानी से कहानी सुनने को
दिल मचलता था,
जैसे शहद के पिछे भागती मधुमख्खी,
बचपन में नानी से कहानी सुनने को
दिल मचलता था, आज कहानी तो ढेर सारी है
पर सुनने को वक्त नहीं
बचपन की मुस्कुराहट कुछ ऐसी ही होती है
बचपन में दोस्त रूठ जाने पर मुसकुरा कर
मना लिया करते थे,
बचपन में दोस्त रूठ जाने पर
मुसकुरा कर मना लिया करते थे, मगर आज
रूठ जाने पर जिन्दगी भर की
कोशिश नाकाम रह जाती है
बचपन की मुस्कुराहट कुछ ऐसी ही होती है।
