बाल जगत।
बाल जगत।
जिसने मेहनत करके जीना दुनिया में सीख लिया।
जीना उसका ही जीना है जो औरों के लिए जिया।
मंदिर जाकर भले किसी ने मन से पूजा नहीं करी।
मात पिता की सेवा करके उसने जग जीत लिया।
मैं कर सकता हूं ये मेरा दिन है जिसने ठान लिया।
हुआ सफल जीवन में जिसने दिल से काम किया।
बाधाएं तो आती रहती हैं बाधाओं से क्या डरना।
जिसने मन में ठान लिया तो बाधाओं के पार किया
कोई नहीं कमजोर यहां सब अच्छे नंबर ला सकते है।
जो अच्छे से करो पढ़ाई फिर तो ये गढ़ जीत लिया
