बाकी है
बाकी है
बताएं उनके बारे में अभी मिलाना बाकी है
आज नजरें मिली बस मुस्कुराना बाकी है
बताया आपने जो भी हकीकत लग रहा हमको
मगर उनका मुझे भी आजमाना बाकी है।।
कलम ले लेती वो ऐसे किसी से दस्तखत को
अपने दिल पर मेरी कलम चलाना बाकी है ।
है खाली कुर्सियां लेकिन खड़ी दीवार से लगकर
बगल वाली पे बस अब उनका आना बाकी है।
है दिल में उलझने और बेकरारी सी बनी रहती
निगाहों में अभी तो कैद भी हो जाना बाकी है ।
उनकी ऐसी अदाओं पर मेरा दम क्यों नहीं निकले
हो गया पहले ही घायल निशाना बाकी है ।
बस आये कर दिए दस्तखत वो निकल जाते हैं
रुको थोड़ा तो हाल ए दिल सुनाना बाकी है ।
आप है पर्दानशी थोड़ा सा बस खुल जाइये
आवाज तो सुन ली है बस अब लब दिखाना बाकी है ।
करूं कैसे शरारत इतनी भोली भाली लड़की से
चुराकर नींद बस उसको सताना बाकी है ।
मिले हैं रोज पर मिलकर भी अन्जाने से है लगते
बुलाकर घर हमें चाये पिलाना बाकी है ।
अभी सूरत नहीं देखी अभी बस सादगी देखी
कि उनके हाथ मेंहदी से सजाना बाकी है ।
अभी होटल के खाने पर है चलती ज़िन्दगी अपनी
तेरे मासूम हाथों से बनाया खाना बाकी है ।
मिली है नौकरी अब हो गये है सरकारी
मगर सरकार को अपना बनाना बाकी है ।
सुना है आपके बारे में बहुत सी बातें
मगर कुछ खुद से तो उनका बताना बाकी है ।
यूं तो कहते हैं कि इस दुनियां में सभी अपने
हम बस है आपके "एहसास'' जताना बाकी है ।
करो अब दस्तखत दिल पे कलम से प्यार के अपने
मोहब्बत है दिल में लौ जलाना बाकी है ।।