ॐ शान्ति
ॐ शान्ति


सिखाये उषा-प्रत्युषा का संगी,
सितारें और ज्योत्स्ना का संगी,
फूलों का राजा कांटों का संगी,
जुगनू संग-साथ बाती का संगी।
सहायक होता है पुष्टिदग्धयत्न,
जिज्ञासा का है प्रतिफलातिप्रश्न।
ठान ले ना तू तिनका व गुरुघ्न
निशा में भोर का कर आवाह्न।
सुख-दुःख की कथा गुथता चल,
मन में ॐ की माला फेरता चल,
क्या तेरा-मेरा गीता बाँटता चल,
तू भी समय के साथ बहता चल।