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Anupama Gupta

Inspirational

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Anupama Gupta

Inspirational

अस्पष्टता

अस्पष्टता

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लाख कोशिशों 

के बाद भी 

नहीं झाड़ पाते

गर्द शिकायतों की ।

धूमिल सा आईना

स्पष्ट नहीं कर पाता

चेहरा ।

शायद 

उचित नहीं है 

कोशिश

जिंदगी के आइने में 

जमी धूल मिटाने की।

कि 

हटी जो गर्द 

शिकायतो की

नजर आने 

लगेगी 

दरारें अहं की ।

स्पष्ट कुछ न 

होगा ,

तब भी हाथ लगेगी

अस्पष्टता !



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