अपने बारे में
अपने बारे में
कहे रही हूँ, कुछ अपने बारे में
तुम सुनना मुझे कुछ यूं,
खामोश हो के भी, खामोश ना होना तुम,
मेरे हर लफ्ज को, अपनी रूह से लगाना तुम,
कह रही हूँ, कुछ अपने बारे में,
तुम सुनना मुझे कुछ यूं ।।
थोड़ी सी चंचल हूँ मैं
नटखट और मस्तीखोर भी हूँ मैं,
हर बात पर गुस्सा करने वाली हूँ मैं,
अपनी ही धुन में रहने वाली हूँ मैं,
कह रही हूँ, कुछ अपने बारे में,
तुम सुनना मुझे कुछ यूं।।
चेहरे पर मुस्कान लिए फिरती हूँ मैं,
दिल में एहसास लिए फिरती हूँ मैं,
चाहती हूँ इस जहां में पंख फैलाना,
मंजिल को पाने की कशमकश है अभी जारी,
कह रही हूँ, कुछ अपने बारे में,
तुम सुनना मुझे कुछ यूं।।
यूं ही कुछ लिखते रहना पसंद है मुझको,
तुम सुनो तो, सुनाना पसंद है मुझको,
यूं ही हल्के से मुस्कुराना पसंद है मुझको,
पर किसी का डांटना, मुझको पसंद नहीं है,
कह रही हूँ, कुछ अपने बारे में,
तुम सुनना मुझे कुछ यूं।।