अनोखा रिश्ता
अनोखा रिश्ता


शादी एक नयी जिंदगी की शुरुआत,
परस्पर दो लोगों के एक होने की शुरुआत,
प्यार भरे दिलों के मिलन की शुरुआत....
दो परिवारों के आपस में जुड़ने की शुरुआत।।
मज़ा बहुत आता है जब बात चलती है,
लड़के और लड़की की आपस में
गुटरगूँ होती है...
जीने और मरने की कसमें होती है,
साथ -साथ शॉपिंग भी खूब होती है।।
दिन जैसे -जैसे नज़दीक आते है,
धड़कने बढ़ती चली जाती है
शादी वाले दिन समझो
चाँदनी रात छा जाती है।।
वर -वधु के कमरे की सजावट
खूब जंचती है,
और दूसरी तरफ़ घर वालो में
लेन-देन की बातें चलती है।
आती है फिर मधुर मिलन की रात..
दो प्रेमी एक -दूसरे के आग़ोश में
सिमटने को बेकरार,
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ख़त्म हो जाती हैं, दूरियाँ,
एक हो जाते है रास्ते।
एक नया सवेरा एक नयी दुनिया में
बढ़ते है आहिस्ते -आहिस्ते....
प्यार की वर्षा होती सुबह -शाम
आँधी-तूफाँ भी आते कई बार,
पर, एक मधुर विश्वास की
डोरी ज़ोड़े रहती हर बार।।
हर रिश्ते से परे, ये रिश्ता अनोखा है,
जिसे जानते भी नहीं होते, वही जिंदगी
का परम हिस्सा होता है।।
साथ -साथ, पल-पल बढ़ते रहते है
घर के हर एक कोने को अपने
प्यार से भर देते हैं।।
दिल से निभाओ तो बहुत प्यारा बंधन है ये
चालाकियाँ चलो तो गहरा समंदर है ये....
समझदारी यही की समझदार बनो,
दो दिलों, दो परिवारों का रिश्ता है
मिल कर आगे बढ़ो।।