अनन्त ऊर्जा
अनन्त ऊर्जा
अनंत ऊर्जा का स्वामी
वह अखंड सत्यमित्र है,
वह शंकर का ब्रह्म है
कबीर का साईं है ।
मीरा का गिरधर है
नामदेव का विट्ठल है,
यशोदा का लाल है
कंस का काल है।
वह अर्जुन का सखा
द्रौपदी का सहारा है,
वसनरूप अवलम्ब है
दुर्वासा का वैश्वानर है
अवधेश का सर्वाधार है
भवसागर का केवट है,
वही इसकी पतवार है
वही नटराज दृष्टा दृष्य है।
भगवान् का विधान
सर्व सुखाकर हितकारी,
सबका कल्याणकारी है
वह निकट निरन्तर साथ है।
वह अमंगलहारी है
उस पर विश्वास करो,
उसमें आसक्त मन करो
उसे पता है आपकी चाहें।