सत्य को बचाओ धरा पे सत्य को बचाओ धरा पे
करहौं दूर दुविधा भक्तन की ' शंभू ' ; है कंकड़ तौं या तौं मोती ? करहौं दूर दुविधा भक्तन की ' शंभू ' ; है कंकड़ तौं या तौं मोती ?
पाया कौन तुम्हारा पार पाया कौन तुम्हारा पार
शंकर हूँ मैं ।। औरत हूँ मैं ।। शंकर हूँ मैं ।। औरत हूँ मैं ।।
तीनों पुरों को जलाकर शंकर ने पुरारी की पदवी प्राप्त की। तीनों पुरों को जलाकर शंकर ने पुरारी की पदवी प्राप्त की।
चारों ओर जुल्म चहकता रक्त की नदियां बहती है! चारों ओर जुल्म चहकता रक्त की नदियां बहती है!