अंधकार में प्रकाश हो
अंधकार में प्रकाश हो
अंधकार में प्रकाश हो
समाज में प्रभाष हो
जिसका नहीं कोई यहाँ
उसके लिए आकाश हो
सच उजागर कर सको
तलवार की तुम धार हो
फर्स से तुम अर्श तक
चहुँ दिशा चहुँ ओर हो
सच तुमसे छुपता नहीं
व्यापार या सरकार हो
छप रही है नित्य खबरें
पत्र या अखबार हो
आकाश वाणी दे सुनाई
तुम खबर वाचक भी हो
दूरदर्शन दे दिखाई
तुम वही साधक भी हो
है कलम हथियार तेरा
अरि के भी समशीर हो
जान की बाजी लगाते
सच में तुम गम्भीर हो ।