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Dr Narendra Kumar Patel

Abstract Romance

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Dr Narendra Kumar Patel

Abstract Romance

मुस्कुराने का है वादा

मुस्कुराने का है वादा

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मुस्कुराने का है वादा....मुस्कुराते रहेंगे। 

हम गीत ग़ज़ल बनके...गुनगुनाते रहेंगे।। 


गर्दिशों की बारिश .....हजार जख़्म दो। 

हम अपने दर्द तुमसे.......छुपाते रहेंगे।। 


सिकवा या सिकायत....कभी न करेंगे। 

मोहब्बत का हर फर्ज.....निभाते रहेंगे।।


मरना है सभी को.........हम भी मरेंगे। 

हाँ मगर होंठ से.......मुस्कुराते रहेंगे।। 


'साहिल' तेरे डगर ...जब अंधेरे मिलेगें। 

हम जुगनू बनके ......राह दिखाते रहेंगे।।           


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