अलविदा हिंद राष्ट्र
अलविदा हिंद राष्ट्र
तिल -तिल घुट-घुट कर मुझे
मरने पर आतुर किया जा रहा है।
बोलने वाला अंग्रेजी
होनहार हुआ जा रहा है।
हिंदी कहने वाला
शर्मसार हुआ जा रहा है,
देख तो ए हिंद राष्ट्र मुझे
माँ कहने वाला मेरे दिवस पर भी
अंग्रेजी में बधाई भेजे जा रहा है।
अंग्रेजी की तलख की तलब ने
तार-तार किया है।
किसी और ने नहीं मुझे
अपनों ने बर्बाद किया है।
यहाँ का मुंसिफ ही मेरा गुनहगार है,
कौन है यहाँ जिसने
मुझे मेरा हिस्सा दिया है।
हिंदी की प्रेरणा देता नेता
दोपहर में अपने बच्चों को
गुड आफ्टर नुन का संदेश भेजता है।
समाज का समझदार शख्स
रात को अपने नाती, पोतों को
गुड नाइट कह कर सो जाता है।
हिंदी का संगीत का नृत्य का शिक्षक
अंग्रेजी में शिक्षा देता है
और अंग्रेजी का शिक्षक एक दिन
प्रींसिपल बन जाता है।
बस कुछ इसी तरह
रोज मेरे ज़मीर को नोचा जाता है।
आगे लिखा नहीं है कुछ
मुझको अब यही ठहरना होगा।
मेरी कहानी का यह तकाजा है
कि मेरे किरदार को अब मरना होगा।
तिनका-तिनका कर
कतरा-कतरा बन मुझे अब
हिंद राष्ट्र को अलविदा कहना होगा...
हिंद राष्ट्र को अलविदा कहना होगा ।।
