ऐसे बेवकूफ़ रास्ते बहुत मिलते है
ऐसे बेवकूफ़ रास्ते बहुत मिलते है
तुम कितना भी समझाओ लेकिन ये अपने रास्ते चलते है,
चुप बैठने में ही भलाई है ऐसे बेवकूफ़ रास्ते बहुत मिलते है।
इनको सलाह देना भी गुनाह है कहाँ ये किसी की सुनते है,
कभी देखना इनकी सोच विचार बाजार बहुत सस्ते मिलते है।
चुप बैठने में ही भलाई है ऐसे बेवकूफ़ रास्ते बहुत मिलते है।
दिमाग खाली रहता है लेकिन ये आवाज़ बहुत करते है,
ख़ुद तो अंधे होते है लेकिन अच्छे अच्छो को रास्ता दिखाते है।
चुप बैठने में ही भलाई है ऐसे बेवकूफ़ रास्ते बहुत मिलते है।
काम ये कचरा जैसा करते है और बात आसमान की करते है,
दिखाई नही देता उजालों में और काम अंधेरों में करते है।
चुप बैठने में ही भलाई है ऐसे बेवकूफ़ रास्ते बहुत मिलते है।