ऐ मेरे भारत के वीर पुत्र
ऐ मेरे भारत के वीर पुत्र
ऐ मेरे भारत के वीर पुत्र
जब देश महामारी से लड़ रहा था
तुने घर पर छुपकर रहना मंज़ूर नही किया
मगर तू उठा
अपने परिवार को छोड़
करने दुसरो की सेवा
रात रात भर जागा
दुसरो को अपने घर पहुॅंचाया
अर्ज़ी लगाया
फ़रियाद किये
ऐसे परिवार के लिए
जिसे तू जानता भी नही
ऐ मेरे भारत के वीर पुत्र
तू मेरा ऐसा सिपाही है
जिसने वर्दी न पहनकर भी करी है सेवा
ऐ मेरे भारत के वीर पुत्र
तुझे है इस देश की धरती का सलाम
आज तुने अपने देश को गिरने नही दिया
तू ना रुका ना झुका
ना तू डरा बनके आत्मनिर्भर
करा तुने आज देश की सेवा
हे मेरे भारत के वीर पुत्र
तुझे है भारतवासियो की दुआ
तुने आज भारत का नाम करके दिखाया