STORYMIRROR

अगर मुमकिन हो

अगर मुमकिन हो

1 min
2.4K


अगर मुमकिन हो

तो लौट कर लग जाओ

सीने से आकर

मेरी तन्हाईयाँ इस बात की

गवाह है

कि तुम्हारे बाद मैं

किसी और को

उतना चाह नहीं पाया।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance