अधूरी परिभाषा
अधूरी परिभाषा
और
कितना
लिखूं
प्रेम
के
बारे
में
शब्दों
की
अपनी
एक
सीमा
है
शब्दों
के
माध्यम
से
प्रेम
को
पूर्ण
परिभाषित
नहीं
कर
सकते
अभिव्यक्ति
की
भी
अपना
एक
पैमाना
है
अनुभूति
का
भी
अपना
दायरा
है
सोच
की
भी
सीमा
है
सबसे
परे
है
प्रेम
प्रेम
पूर्ण
नहीं
हो
सकता
प्रेम
का
अधूरापन
हीं
प्रेम
की
पूर्णता
है।