Ekta Dhohare
Tragedy
उसे होना ही नहीं था मेरा
जमाने का वास्ता
देकर क्यों
छोड़ गया,
प्यार तो मेरा बेवफा था
उसकी नज़रों में,
पूरा तो करता ऐसे
अधूरा क्यों छोड़ गयाा।
एतबार
हम कभी नहीं म...
डूबना तय है
तय
अधूरा
साया
जरूरी तो नहीं
इंतज़ार है मुझ...
हम सबकी आँखों से बहता सफेद खून है। हम सबकी आँखों से बहता सफेद खून है।
परवानों को भी हमने इश्क़ को बेवफा कहते देखा है। परवानों को भी हमने इश्क़ को बेवफा कहते देखा है।
हार गया और अपनों के हाथ वो बिक गया। हार गया और अपनों के हाथ वो बिक गया।
फिर खुद जाँच बिठायेंगे और बाइज़्ज़त बरी कर दिये जायेंगे। फिर खुद जाँच बिठायेंगे और बाइज़्ज़त बरी कर दिये जायेंगे।
नारी केवल शतरंज का एक मोहरा नहीं, जीवन संग्राम में एक कुशल योद्धा है। नारी केवल शतरंज का एक मोहरा नहीं, जीवन संग्राम में एक कुशल योद्धा है।
जो बीत गया मन को बस वो ही अपना लगता है। जो बीत गया मन को बस वो ही अपना लगता है।
भारत का भविष्य तय हमें करना है। भारत का भविष्य तय हमें करना है।
उतनी ही खामोशी से तेरे गम लिये जा रहा हूँ। उतनी ही खामोशी से तेरे गम लिये जा रहा हूँ।
आँखों के चिरागों से , उनको रोशन कर दिया ! फ़िर भी धुँधलापन लिए , हम अंधेरों में गुम हुए ! फ़िर भी ... आँखों के चिरागों से , उनको रोशन कर दिया ! फ़िर भी धुँधलापन लिए , हम अंधेरों मे...
क्या लाठी, आप ही नहीं उठती, या दृगों की धार रुक नहीं पाती मैं जानना चाहता हूँ।। क्या लाठी, आप ही नहीं उठती, या दृगों की धार रुक नहीं पाती मैं जानना चाहता ...
यही है मानवता की चाह हर बालक का बचपन हो बचपन जैसा। यही है मानवता की चाह हर बालक का बचपन हो बचपन जैसा।
चरणों में सभी के वंदन, उद्देश्य नहीं है मदखंडन, माना की दाव दर्प है पर खुदगर्ज बनो ना इतने भी। चरणों में सभी के वंदन, उद्देश्य नहीं है मदखंडन, माना की दाव दर्प है पर खुदगर्ज ...
सलीके से है कुर्सी पर बैठे अनबूझ पहेली सुलझाने जैसे भेद भरे इनकी नस नस में सलीके से है कुर्सी पर बैठे अनबूझ पहेली सुलझाने जैसे भेद भरे इनकी नस नस में
साहित्य में राधा-मीरा को, सम्मान मिला रुक्मणी की वेदना को, क्या कोई स्थान मिला ? साहित्य में राधा-मीरा को, सम्मान मिला रुक्मणी की वेदना को, क्या कोई स्थान मिला ...
सारे दिन है एक से अब तो शहीद की दुल्हन के। सारे दिन है एक से अब तो शहीद की दुल्हन के।
मनोहर पर्रिकर जी को समर्पित। मनोहर पर्रिकर जी को समर्पित।
भूखे भेड़िए क्या जाने अमलतास की खुश्बू वो रंगत इश्क की सदियों तक जवाँ रहती है, जो अहसास दिल से नि... भूखे भेड़िए क्या जाने अमलतास की खुश्बू वो रंगत इश्क की सदियों तक जवाँ रहती है,...
आने वाले कल की फ़िक्र से ज्यादा बीते हुए कल की यादों में डूबे रहने का ज्यादा मन करे। आने वाले कल की फ़िक्र से ज्यादा बीते हुए कल की यादों में डूबे रहने का ज्यादा ...
हर बार लगातार सारी परिस्थियों में ख़ुद को दोषरहित बताते हुए साफ़ बचा लेते हो !! हर बार लगातार सारी परिस्थियों में ख़ुद को दोषरहित बताते हुए साफ़ बचा लेते हो !...
कब्जा़ करके जीत लाते हैं अपने हिस्से का निवाला और अंतड़ियों का सुकून। कब्जा़ करके जीत लाते हैं अपने हिस्से का निवाला और अंतड़ियों का सुकून।