अबकी होली ऐसी खेलो
अबकी होली ऐसी खेलो
अबकी बारी होली खेलो...
खुशियों के गुलाल से......!!
मातम को निकालो बाहर....
हर मन के घर द्वार से.....!!!
आँखों का पानी बचा लो....
अपनेपन की गुलाल बना लो .....!!
फिर सबको पकड़ के रंग डालो...
खुशियों के गुलाल से..!!!
दिल बाग बाग सबका हो जाए
उम्मीदों का रंग सब पर चढ़ जाए ...!!
आशा और खुशी के रंग से....
दिल की दुनिया रंग डालो .....
हिंदू, मुस्लिम सिख ईसाई...
कोई बच ना पाए...!!!!
भारत का जनमानस सारा ......
खुशियों संग हुड़दंग मचाए....!!!
अबकी बारी होली खेलो....
खुशियों के गुलाल से....!!!
मातम को निकालो बाहर....
हर मन के घर द्वार से...!!!!
हैप्पी होली इंडिया वालों