अब जागो जीवन के प्रभात
अब जागो जीवन के प्रभात
अब जागो जीवन के प्रभात !
वसुधा पर ओस बने बिखरे हिमकन आँसू
जो क्षोभ भरे उषा बटोरती अरुण गात !
अब जागो जीवन के प्रभात !
अब जागो जीवन के प्रभात !
वसुधा पर ओस बने बिखरे हिमकन आँसू
जो क्षोभ भरे उषा बटोरती अरुण गात !
अब जागो जीवन के प्रभात !