आज़ादी का अमृत महोसत्व
आज़ादी का अमृत महोसत्व
जात से पात से धर्म से मज़हब से
उच्च से नीच से काले से गोरे से
जब मिल जाएगी पूरी तरहा मुक्ति
तब हम मनाएंगे
आज़ादी का अमृत महोत्सव
बेरोजगारी से भर्ष्टाचार से अत्याचार से
किसानों की आत्महत्या से बलात्कार से
जब मिल जाएगी हमें मुक्ति
तब हम मनाएंगे
आज़ादी का अमृत महोत्सव
धर्म की राजनीति से
मंदिर मस्ज़िद गुरुद्वार गिरजा घर
की राजनीति से
जब मिल जाएगी हमें मुक्ति
तब हम मनाएंगे
आज़ादी का अमृत महोत्सव
अमेरिका चीन रशिया जैसे देशों से
जब हम निकल जाएंगे आगे
जब हम बन जाएंगे विश्व गुरु
तब हम मनाएंगे
आज़ादी का अमृत महोसत्व
राष्ट्रपिता का देश के वीरो का
देश के महान पुरुषों का
जब हम करने लग जाएंगे सम्मान
तब हम मनाएंगे
आज़ादी का अमृत महोसत्व।