आसमान से तरंगें
आसमान से तरंगें
बगीचे में बैठे हैं
हम और तुम
गिरी आसमान से तरेंगे,
और जोड़ दिया दिल को
मतलब है क्या इन तरंगों का
में क्या करूं ?
किस से पूछूं?
किस से कहूं ?
क्या कहूं अपने दिल का हाल
ए आसमान आप ही बताइये।

