Kuhu Kacher
Fantasy Children
आलू भी बिरयानी,
मटर भी बिरयानी,
गोभी भी बिरयानी,
मैं हूँ राजकुमारी बिरयानी
माँ बोले यह खायो
माँ बोले वह खायो
पर मैं कहूं बिरयानी खायो
मस्त हो जायो।
आसमान से तरंग...
बिरयानी बिरया...
काव्यकलश की बहती गंगा, निश्छल निर्मल धारा है। काव्यकलश की बहती गंगा, निश्छल निर्मल धारा है।
सौंदर्य से गांव खिल जाता है। सुभग मनोरम जीवन पाता है। सौंदर्य से गांव खिल जाता है। सुभग मनोरम जीवन पाता है।
आँखों के सामने स्वादिष्ट भोजन पर भूख मिट गया। आँखों के सामने स्वादिष्ट भोजन पर भूख मिट गया।
रावणों के सम्मुख बेबस लग रहा है न्याय कानून के हाथों की पकड़ ढ़ीली होने लगी है। रावणों के सम्मुख बेबस लग रहा है न्याय कानून के हाथों की पकड़ ढ़ीली होने लगी है...
कितना सुंदर कितना प्यारा यारों गाँव था हमारा कितना सुंदर कितना प्यारा यारों गाँव था हमारा
नियत, मेहनत का मूल्यांकन करती तेरे सुख-दुःख की कड़ी हूँ मैं। नियत, मेहनत का मूल्यांकन करती तेरे सुख-दुःख की कड़ी हूँ मैं।
दुःख व्याधि रोग द्वेष के समूल नाश को, भर कर कटोरी खीर छत ऊपर रखी जायेगी। दुःख व्याधि रोग द्वेष के समूल नाश को, भर कर कटोरी खीर छत ऊपर रखी जायेगी।
शरद चन्द्र,शरद पूर्णिमा तेरी महिमा का तेरी हस्ती मस्ती का युग संसार सारा। शरद चन्द्र,शरद पूर्णिमा तेरी महिमा का तेरी हस्ती मस्ती का युग संसार सारा।
क्योंकि वह समय का सच बार बार भूलता है। क्योंकि वह समय का सच बार बार भूलता है।
बड़ा सुकून मिलता है अकेले जीने में छुपा कर रखना कोई आग अपने सीने में बड़ा सुकून मिलता है अकेले जीने में छुपा कर रखना कोई आग अपने सीने में
तुम्हारी बातें याद बहुत आये, रह - रहकर मुझे तड़पाये, तुम्हारी बातें याद बहुत आये, रह - रहकर मुझे तड़पाये,
सुखद विहंगम भोर दृश्य था, सुर-दुर्लभ प्रकृति की छाँव में सुखद विहंगम भोर दृश्य था, सुर-दुर्लभ प्रकृति की छाँव में
प्यासा पथिक मैं प्रेम का प्रेम ही जीवन यज्ञ अनुष्ठान है। प्यासा पथिक मैं प्रेम का प्रेम ही जीवन यज्ञ अनुष्ठान है।
नई आस सी मन में जगती थीं जिंदगी हिचकोले भरती थी नई आस सी मन में जगती थीं जिंदगी हिचकोले भरती थी
पत्थरों के बीच रहकर हो गये बेशर्म आँसू ! जानते सब धर्म आँसू ! पत्थरों के बीच रहकर हो गये बेशर्म आँसू ! जानते सब धर्म आँसू !
फिर भी देखो देख भाल के साथी चुनना नहीं मना है फिर भी देखो देख भाल के साथी चुनना नहीं मना है
नामुमकिन सा था आपको गजल सा लिखना न जाने कितने शब्दों को बांधा जिज्ञासा में आज तक नामुमकिन सा था आपको गजल सा लिखना न जाने कितने शब्दों को बांधा जिज्ञासा म...
इसी तरह खिल सकते जीवन के सभी कष्टों को हंसी खुशी से सहते हुए। इसी तरह खिल सकते जीवन के सभी कष्टों को हंसी खुशी से सहते हुए।
तेरा ख़्वाब में नज़रें मिलाना ठीक वैसा ही है जैसे मुरझाये फूल को एक माली का ताकते ज तेरा ख़्वाब में नज़रें मिलाना ठीक वैसा ही है जैसे मुरझाये फूल को एक मा...
विज्ञान ने किया चमत्कार मानव को मिला अद्भुत, अनुपम उपहार। विज्ञान ने किया चमत्कार मानव को मिला अद्भुत, अनुपम उपहार।