आसमान में उड़ने वाले
आसमान में उड़ने वाले
आसमान में उड़ने वाले
ओ पंछी ओ प्यारे
उड़ जाते हो पल पल कैसे ?
दोनों पंख पसारे..
मेरा मन भी उड़ जाता है
संग - संग आज तुम्हारे
तेरे इन कलिप्त पंखों ने
छुए चांद सितारे...
हिमगिरि के उत्तुंग शिखर पर
गूंजे गीत तुम्हारे
उड़ जाते हो पल पल कैसे ?
दोनों पंख पसारे...
आसमान में उड़ने वाले
ओ पंछी ओ प्यारे।