STORYMIRROR

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

4  

सोनी गुप्ता

Abstract Inspirational

आपने मुझे ज्ञान दिया

आपने मुझे ज्ञान दिया

1 min
346



जब आप मिले थे मुझे तब हम नादान थे,

कुछ-कुछ गीली मिट्टी और कोरे कागज़ के समान थे,

जिस तरह कुम्हार ने मिट्टी से सुन्दर घड़ा बना दिया,

उसी तरह आपने मुझे एक बेहतर इंसान बना दिया I


जब जिंदगी में घनघोर छाया अंधेरा था,

ना थी रंगों की पहचान न ही अंकों का ज्ञान था,

जिंदगी तब रोशन हो गई जब गुरु का ज्ञान मिला,

आप ने मुझे जीना सिखा दिया,

मुझे मेरी पहचान का मार्ग दिखा दिया I


 मुश्किलों से लड़ना आगे बढ़ना सिखाया आपने,

आपने ह

ी हमें इतना समझदार बनाया,

आपने ही बताया जीतना ही सब कुछ नहीं,

हार कर भी जीत जाने का हुनर सिखा दिया I


ग़लती करने पर हर बार मुझे समझाया आपने,

जब - जब रोया तब - तब हंसाया आपने,

मां ने तो जन्म दिया....

हमें अनमोल ज्ञान देकर जीवन साकार किया आपने I 


 ज्ञान का दीप जला कर जीने का ढंग सिखा दिया,

आदर्शों की मिसाल बनकर आपने बाल जीवन संवारा,

और नई - नई बातों से अवगत कराया हमेशा,

आपने कोरे पन्ने को एक किताब बना दिया I



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract